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Sunday, April 8, 2018

Award

दो मित्र बचपन से साथ पढे,साथ खेले। एक पढ़ने में होशियार पढ़ता रहता था दूसरा पढ़ने में चोर पढ़ता ही नहीं था
 एक तो क्लास में अव्वल रहता,दूसरा मुश्किल से पास होता।
12वीं तक पहुँचते एक ने टाॅप किया  दूसरा फ़ेल हो गया, दोनों अब अलग हो गए।
पढ़ने वाला मित्र पढ़ता गया BSc ,MSc, Phd सफल वैज्ञानिक बना । 15 वर्ष बीत गए।
वैज्ञानिक बना मित्र आज बहुत खुश था  उसे उत्कृष्ट अनुसंधान कार्य के लिए Award मिलना था।
घर से निकलते उसे अपने मित्र की याद आगयी । सोचने लगा पढ़ता नहीं था कोई छोटा मोटा काम करता होगा। आज वो यहाँ होता तो देख कर खुश होता कि मैं किस मुकाम पर् पंहुच गया।
तालियों की गड़गड़ाहट में वो मंत्री जी से award लेने नजदीक पंहुचा
यह क्या।  आश्चर्य
मंत्री (वही पुराना मित्र) पास बुला क़र कान में बोला --साले मेरे ही आगे हाथ फैलाना था, तो इतना पढ़ने की क्या जरूरत थी
😆😆😆😆

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